Wednesday 16 December 2015

सिंहस्थ उज्जैन 2016



उज्जैन:
उज्जैन, मध्य प्रदेश के क्षिप्रा नदी के तट पर स्थित है। यह भी इंद्रपुरी अमरावती, और अवंतिका के रूप में जाना जाता है। कई मंदिर के स्वर्ण टावरों की संख्या ज्यादा होने क कारण उज्जैन को स्वर्ण श्रृंगा के रूप से भी जाना जाता है।
उद्धार और मोक्ष के सात शहरों में से एक उज्जैन में अवंतिका नगर है, जहां 7 सागर तीर्थ, 28 तीर्थ, 84 सिद्ध लिंग, 25-30 शिव लिंग, अस्थभैरव, एकादस रुद्रस्थान,सेकड़ो देवी-देवताओ के लिए मंदिर, जलकुण्ड और स्मारक है।

महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन के पवित्र शहर में हिंदुओं के सबसे शुभ मंदिरों में से एक माना जाता है। यह मंदिर एक झील के पास स्थित है। इस मंदिर में विशाल दीवारों से घिरा हुआ एक बड़ा आंगन है।
इस मंदिर के अंदर पाँच स्तर हैं और इनमें से एक स्तर भूमिगत है। दक्षिणमूर्ति महाकालेश्वर की मूर्ति को दिया गया नाम है तथा इसमें देवता का मुख दक्षिण की ओर है। यह मंदिर भारत के बारह ज्योर्तिलिंगों में से एक माना जाता है। स्थानीय लोगों का ऐसा मानना है कि भगवान को एकबार चढ़ाया हुआ प्रसाद फिर से चढ़ाया जा सकता है तथा यह विशेषता केवल इसी मंदिर में देखी जा सकती है। इस मंदिर में स्थित मूर्ति ओंकारेश्वर शिव की है और देवता महाकाल तीर्थ के ऊपर गर्भगृह को समर्पित है।


महाशिवरात्रि के शुभ दिन पर मंदिर के परिसर में एक विशाल मेला लगता है।


उज्जैन सिंहस्थ

उज्जैन का सिंहस्थ मेला बहुत ही दुर्लभ संयोग लेकर आता है, इसलिए इसका महत्व और भी बाद जाता है। इस दिन यहाँ दस दुर्लभ योग होते है, जैसे वैशाख माह , मेष राशि पर सूर्य , सिंह पर बृहस्पति, स्वाति नक्श्त्र, शुक्ल पक्ष, पूर्णिमा आदि। कहा जाता हे भगवान शिव क अनेक रूप है, उनकी आरधना करने से आपकी हर मनोकामना पूर्ण होती है. श्रावण मॉस में की गयी शिव की भक्ति अति फलदायी होती है।

उज्जैन का इतिहास:

सदियो से उज्जैन एक पवित्र और धार्मिक नगर के रूप में प्रसिद्ध है। लम्बे समय तक यहाँ राजा विक्रमादित्य जो न्याय के राजा माने जाते थे उनका शासन रहा है। महाकवि कालिदास , बाणभट्ट आदि की कर्म स्थली रही हे उज्जैन। भगवान श्रीकृष्ण की शिख्शा भी यही हुयी थी। उज्जैन देवज्ञ वराहमीर की जन्मभूमि, महर्षि संदीपनी की तपोभूमि, भर्तृहरि की योग स्थली, हरिश्चंद्र की मोक्षभूमि आदि के रूप में प्रसिद्ध है। उज्जैन का वर्णन कई ग्रंथो और महापुराणों में भी है।

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